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मैं तनहा हु महफिल में
मैं तनहा हु महफिल में जो तू जो नही मेरे संग
हर रंग बिनतेरे फीके है..मेरी जिन्दगी है बेरंग
मैं तनहा हु इस महफ़िल में .....
तन मेरा महकता है...जब तू मुझको छूता है..
पंख लगते अरमानो को.. बाहों में मुझको जब लेता है..
लेता है....गम लेता है.
मैं भूला भटका रहे हु.. कोई मंजिल नही मेरे संग
मैं तनहा हु इस महफ़िल में.......
यादे तेरी रुला जाती है . दिल में प्यास जगा जाती है.. २
पल पल जलते है अरमा मेरे , सपनो को सपना बना जाती है..
थम लो डोरी मेरे प्यार की कही कट ना जाये पतंग ....
मैं तनहा तनहा हु महफ़िल में..जब तू जो नही मेरे संग
तुमसे जुदा हो के जी ना पाएंगे हम... बिन तेरे मर जायेंगे हम २
टुकडो में तुम जी लोगे...टूट के हम बिखर जायेंगे सनम
हो वो हो होहो आहा अहः हां
जाते हो मुझको छोर के तुम यादे व् अपने ले जावो तुम
जाते जाते एक ठोकर दिल को मेरे दे जावो तुम..फिर हम कभी
ना याद आयेंगे.. फिर ना होगी सिकवा कोई
फिर ना जलेगी समां कोई...फिर ना बुझेगी अरमा कोई.
यादो से जख्मो को सी लेंगे... चाहे लग जाये कितने पैबंद
मैं तनहा तनहा इस महफ़िल में... जो तू जो नही मेरे संग
9 comments:
wah
jesi kavita aur wesi ho sath mai pic.
aur lag raha hai badi shiddat se kisi ko yad kar rahe hai.
bahut khub
kyun ho tanha.. aare idiot..
tera feelings kaamal hai.. par akele nahi rehena.. yeah devil hai na..!!
sadness ko maro goli... ham kare masti..
acha.. kon nahi hai tere sath??
jeeven ka sach to yahi hai yaha har koi tanha hai.ass pass key log to bas ek barm me rakhtey hai hamey ki woh hamery saath hai.
तेरी सूनी राहों पे भी ..फूल खिलेगे ......
तुझे भी साथी मिलेगा ....
मत याद कर किसी को इतना की ..तेरी हस्ती ही मिट जाये
wah janab wah kya khoob likhte hai aap
''jaate ho tum mujhko chor kar
wo yaade tum apne sath le jaao
jaate jaate ek thokar tum de jao .......''
sach dil ko chu gaya ye
bahut khub rey pankjwa
tum to yaar jabardast likhte ho
amita .......
Dil ki gahraee se likhi hain ye panktiyan...
devdas no --3
kulssssss
wah! wah! mazza aa gya same condition meri hai
hiii
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