Tuesday, January 6, 2009

मेरा प्यार तुमने पा लिया


आँखों के रास्ते जो दिल में उतरे हो!!
वही बसेरा तुमने बना लिया ...
चाहू या ना चाहू साथ तुमने मेरा पा लिया
थी अकेली मैं इस जिन्दगी के सफ़र पर
ले चले मुझे अपने साथ प्रेम की डगर पर
मिले जो हो तो खो ना देना
इस सफ़र पे मेरा हाथ छोर ना देना
ओ मे मन के मित
फिर से छेड़ दे इस मौसम में वही प्रेम गीत
उड़ती चली जाती हु तेरे पंखो के सहारे
डाल दे मे पावो में अपने प्यार की बेरिया
थी मैं ab तक आधी अधूरी !!
तेरे आने से मेरी जिन्दगी हो गयी पूरी
ओ मे मनमीत , दिया जो तुमने तीन सब्दो का गीत
सत्यम शिवम् सुन्दरम
जिसे पाकर मेरा प्यार हुआ पवित्र
रिश्तो में बंधी तो सोचा मेरा मन की अभिलाषा भी बंध गयी
पाकर तेरा सानिध्य मेरा यह मन खोया बार बार
दिल की बात जुबा पे आ गयी
तेरा चेहरा मे दिल को भा गया
पाकर तुझे ओ हमदम मे दिल को करार आ गया
चाहू या ना चाहू फिर व् साथ तुमने मेरा पा लिया
हो गयी हु तेरे प्यार में दीवानी
यह प्यार के रस्ते है कुछ जानी पहचानी
ab जो कुछ भी है ओ तेरा है.
दे मुझे अपमान या साडी दुनिया की नजरो में सम्मान
लुटा चुकी हो तुमपे अपने यह सांसे और यह जिन्दगी तमाम
आँखों में बसे थे कल तक...दिल में भी जगह बना लिया..
चाहू या ना चाहू फिर व् तुमने साथ मेरा पा लिया



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